बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति: अंतरिम सरकार, विवाद और आरोपों की राजनीति
26 मई 2025
बांग्लादेश की राजनीति एक बार फिर उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है। हालिया घटनाओं ने देश के लोकतांत्रिक वातावरण पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजनीतिक दलों के बीच का टकराव अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी ध्यान आकर्षित कर रहा है।
🧑⚖️ अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस पर आरोप
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस पर विपक्षी दलों के साथ-साथ वर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना के समर्थकों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा जा रहा है कि यूनुस का कथित रूप से कुछ चरमपंथी संगठनों के साथ संपर्क है। हालांकि यूनुस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे एक राजनीतिक षड्यंत्र बताया है, जो उनकी साख को नुकसान पहुँचाने के लिए किया जा रहा है।
🗳️ राजनीतिक ध्रुवीकरण और अस्थिरता
बांग्लादेश की राजनीति में पहले से ही दो ध्रुव — आवामी लीग (प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी) और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) — आमने-सामने रहे हैं। अब अंतरिम सरकार को लेकर विवाद ने इस टकराव को और बढ़ा दिया है। विपक्ष सरकार पर अधिनायकवाद का आरोप लगाता है, जबकि सरकार विपक्ष को अराजकता फैलाने वाला करार देती है।
🌐 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
कुछ मानवाधिकार संगठनों और लोकतंत्र समर्थक अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर चिंता जताई है। वे चाहते हैं कि देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए जाएँ और सभी पक्ष लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का सम्मान करें।
बांग्लादेश इस समय एक नाजुक राजनीतिक मोड़ पर खड़ा है। जहाँ एक ओर शासन को स्थिर बनाए रखने की चुनौती है, वहीं दूसरी ओर लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सुरक्षित रखने की ज़रूरत है। आने वाले महीनों में यह देखना रोचक होगा कि देश किस दिशा में आगे बढ़ता है — सत्ता के केंद्रीकरण की ओर या लोकतांत्रिक पुनर्निर्माण की ओर।
1 Comments
Hiii
ReplyDelete