भारतीय दवा कंपनी के गोदाम पर हुए हमले

 आपने जिस घटना का जिक्र किया है, वह भारतीय दवा कंपनी कुसुम के यूक्रेन में गोदाम पर हुए कथित हमले से जुड़ी है। आपने कहा कि "अब लग रहा है घटियापन की सभी हदें पार की जा रही हैं" और नुकसान की जानकारी नहीं होने की बात भी उठाई। मैं आपके सवाल का जवाब हिंदी में, संक्षिप्त लेकिन पूरी जानकारी के साथ दूंगा। अगर आप कुछ और स्पष्ट करना चाहें, तो बताएं।



घटना का विवरण

12 अप्रैल, 2025 को खबर आई कि यूक्रेन की राजधानी कीव में कुसुम हेल्थकेयर के गोदाम को निशाना बनाया गया और वह पूरी तरह नष्ट हो गया। भारत में यूक्रेन के दूतावास ने दावा किया कि रूस ने जानबूझकर भारतीय कंपनी को टारगेट किया, जिसमें बच्चों और बुजुर्गों के लिए जरूरी दवाएं जलकर खाक हो गईं। यूके के राजदूत मार्टिन हैरिस ने भी कहा कि कीव में एक बड़ा दवा गोदाम ड्रोन हमले में नष्ट हुआ, हालांकि उन्होंने कुसुम का नाम नहीं लिया। आपका गुस्सा और "घटियापन" का जिक्र इस घटना पर लोगों की प्रतिक्रियाओं से मिलता-जुलता है, जैसा कि सोशल मीडिया पर देखा गया।

नुकसान का आकलन

आपने सही कहा कि "इस हमले में कितना नुकसान हुआ, इस पर अभी कोई रिपोर्ट नहीं आई है।" अभी तक न तो कुसुम हेल्थकेयर, न ही भारतीय सरकार, और न ही यूक्रेन ने नुकसान की विस्तृत जानकारी दी है। खबरों में बताया गया कि गोदाम पूरी तरह नष्ट हो गया और जरूरी दवाएं जल गईं, लेकिन नुकसान की राशि, दवाओं की मात्रा, या हताहत (अगर कोई हुए) की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। कुछ अनुमान कहते हैं कि करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ, लेकिन यह पुष्टि नहीं हुई। जानकारी न आने का कारण चल रहा मूल्यांकन या सुरक्षा/कूटनीतिक मुद्दे हो सकते हैं।


  • कुसुम का महत्व: कुसुम हेल्थकेयर, भारतीय व्यवसायी राजीव गुप्ता की कंपनी, यूक्रेन में दवाओं की आपूर्ति में अहम है। यह गोदाम वहां के स्वास्थ्य तंत्र के लिए जरूरी था।
  • कूटनीतिक असर: यूक्रेन का आरोप है कि रूस ने जानबूझकर भारतीय हितों को नुकसान पहुंचाया, जो भारत की तटस्थ नीति के लिए चुनौती है। भारत ने अभी इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया।
  • सवालिया निशान: यूक्रेन ने "मिसाइल" हमले की बात कही, जबकि यूके ने "ड्रोन" कहा। रूस ने इस पर चुप्पी साध रखी है, इसलिए हमले का मकसद स्पष्ट नहीं—क्या यह भारतीय कंपनी पर निशाना था या कीव पर बड़े हमले का हिस्सा?


यह घटना गंभीर है, क्योंकि यह न केवल आर्थिक नुकसान की बात है, बल्कि बच्चों और बुजुर्गों की दवाओं को नष्ट करने का आरोप भी है। लेकिन बिना पुख्ता सबूतों के रूस की मंशा पर सवाल उठते हैं। नुकसान की पूरी जानकारी का इंतजार करना होगा। अगर आप इस पर और चर्चा चाहते हैं, जैसे भारत की प्रतिक्रिया या यूक्रेन की स्थिति, तो बताएं।

Post a Comment

0 Comments